CCMB

सीएसआईआर - कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केन्द्र
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद

भारत का नवप्रवर्तन इंजन

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार

जोनाकी

‘जोनाकी’ एक वर्गीकृत जैविक अणुओं की प्रयोगशाला है – जो परमाणु  ऊर्जा विभाग के  विकिरण एवं समस्थानिक प्रौद्योगिकी बोर्ड (BRIT) की एक इकाई है। यह सीसीएमबी के ही परिसर में स्थित है। यह BRIT की प्रतिबद्धता का एक अच्छा उदाहरण है कि यह प्रयोगशाला देश के जैव वैज्ञानिक तथा अन्य प्राणी विज्ञान के शोधकर्ताओं को वर्गीकृत जैविक अणुओं की आपूर्ति करता है । देश भर के विविध राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, विश्वविद्यालयों एवं उद्योगों के लिए एक दर्जन से भी अधिक 32P / 33P वर्गीकृत न्यूक्लियोटाइडों तथा आणविक जैव किट्स की BRIT नियमित रूप से आपूर्ति करता है । रेडियो आइसोटोप्स वर्गीकृत न्यूक्लियोटाइड जीव विज्ञान, कृषि, स्वास्थ्य, औषधि विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी तथा आनुवंशिक इंजीनियरिंग विज्ञान, आधुनिक शोध कार्य के अहम घट कहे जाते हैं। 33P वर्गीकृत न्यूक्लियोटाइड को सीटू हाइब्रिडाइजेशन, डीएनए अनुक्रमण तथा डीएनए चिप आधारित जीन अभिव्यक्ति अध्ययन में एक प्रमुख उपकरण माना जाता है। इतना ही नहीं, इसे रेडियो आइसोटोपिक तथा नॉन-आइसोटोपिक वर्गीकरण के बीच सेतु के रूप में देखा जाता है और इसे इस प्रयोग शाला में ही संश्लेषित किया जाता है एवं विविध उपभोक्ताओं को इसकी आपूर्ति की जाती है ।

जोनाकी द्वारा, शहर के अस्पतालों के सहयोग के लिए एक वर्ष पूर्व न्यूक्लियर मेडिसिन किट के लिए खुदरा बिक्री केन्द्र आरंभ किया गया है। इस केन्द्र ने वैयक्तिक आवश्यकताओं के लिए प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य के जाँचे परखे पीसीआर संवर्धन किट, न्यूक्लियोटाइड मिक्स एवं टैक डीएनए पॉलीमरेज़ भी आरंभ किया है। दोनों प्रयास सफल रहे।

यह केन्द्र निरंतर अपनी कार्यशैली में सुधार करने में जुटा हुआ है ताकि उत्कृष्ट गुणवत्ता के उत्पाद दे सके। इसके कर्मचारी भी इस दिशा में लगातार प्रयासरत हैं। आपूरित किए जाने वाले सभी 32P / 33Pन्यूक्लियोटाइड ज़्यादा शुद्ध, बेहतर स्थिरता तथा विशिष्ट सक्रियता के होते हैं। यह टैक डीएनए पॉलीमरेज़ तथा आणविक जैविकी किट जैसे जैव अणुओं का उत्पाद भी बेहतर गुणवत्ता व निष्पादन के साथ आपूरित करता है। हमारे अपने परिसर में स्थित होने के कारण जोनाकी हमारे वैज्ञानिक वातारवण के लिए लाभदायक सिद्ध हो रहा है । वर्ष, 2008 के अगस्त महीने में झिल्ली आधारित टीबी-पीसीआर को आरंभ करते हुए इस केन्द्र ने एक नए व्यावसायिक क्षेत्र में पदार्पण किया है । इसने देश के आणविकी क्षेत्र के जीव वैज्ञानिकों तथा आणविक नैदानिक क्षेत्र के लोगों के लिए वहन कर पाने योग्य मूल्यों पर सिलिका झिल्ली आधारित न्यूक्लिक अम्ल शुद्धीकरण किट का आविष्कार किया है। गुणवत्ता के हिसाब से भी यह किट श्रेष्ठ है। यह केन्द्र डीएनए नैदानिक क्षेत्र तथा ELISA नैदानिक क्षेत्र में भी अपना कार्य विस्तार करने की दिशा में प्रयासरत है। TB-PCR-ELISA किट तथा रियल टाइम TB-PCR किट अभी चिकित्सीय परीक्षण के अधीन है और निकट भविष्य में इन्हें जारी किया जाएगा । मानवीय थायराइड हार्मोन T3 के लिए ELISA किट का अभी चिकित्सीय परीक्षण किया जा रहा है और इसे भी बहुत जल्दी जारी किया जाएगा।

Notifications
close slider